परिचय
- Last Updated On :
फिज़ियोलॉजी विभाग की स्थापना और विकास विख्यात न्यूरोफिजियोलॉजिस्ट प्रो. कृष्ण आनंद द्वारा वर्ष 1956 में की गई थी। यहां एमबीबीएस के प्रथम बैच के छात्रों को वर्ष 1956 में प्रवेश दिया गया था। प्रथम एमडी छात्र (1959) थे डॉ. प्रीतम कौर गिल और डॉ. सुशील दुआ जबकि प्रथम पीएचडी छात्र (1965) डॉ. आर. विजयन पिल्लई थे। विभाग के स्वर्णिम कालों (1956-1975) के दौरान विभाग ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधानों तथा छात्रों को आकृष्ट किया जिसमें डॉ. एस.के. दुआ, डॉ. जी.एस. छिना, डॉ. के.एन. शर्मा, डॉ. एस.के. मनचंदा, डॉ. टी. डेसिराजू, डॉ. उषा नायर, डॉ. उताका उमूरा के नाम प्रमुख हैं। विभाग में वर्ष 1961 के दौरान प्रथम बार योग और ध्यान पर प्रथम वैज्ञानिक अन्वेषण की शुरूआत डॉ. आनंद और डॉ. छिना द्वारा की गई थी।
शिक्षण
उपलब्ध पाठ्यक्रम
• एमबीबीएस
• एमडी
• एमएससी
• पीएचडी
• नर्सिंग
क्लीनिकल जांच और हस्तक्षेप
• ऑटोनोमिक फंक्शन लेबोरेटरी
• इंटीग्रल हेल्थ क्लिनिक
प्रशासनिक स्थिति
डीन: डॉ. बी.के. आनंद
डीन (परीक्षा): डॉ. केके दीपक
सीएमईटीः डॉ. उषा नायर, डॉ. केके दीपक
उप संकायाध्यक्ष (अकादमिक): डॉ. उषा नायर, डॉ. बीके कपूर
सब संकायाध्यक्ष (परीक्षा): डॉ. केके दीपक, डॉ. एके जरयाल
अंतर्राष्ट्रीय योगदान
1974 में एम्स में आयोजित इंटरनेशनल यूनियन ऑफ फिजियोलॉजिकल साइंसेज की XXVI कांग्रेस।
1990 में पहली एओपीएस कांग्रेस का आयोजन किया गया था।
2005 में विश्व नींद की दूसरी अंतरिम कांग्रेस का आयोजन किया गया था।
प्रो. उषा नायर ने 1994 में बीपीकेआईएचएस, धरान, नेपाल की स्थापना में मदद की।
प्रो के.के. दीपक ने 1998 में बीपीकेआईएचएस, धरान, नेपाल में संयुक्त योग क्लीनिक और पहली ऑटोनोमिक फंक्शन लैब की स्थापना की।