समुदाय आधारित उपचार कार्यक्रम
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समुदाय आधारित उपचार कार्यक्रम समुदाय क्लिनिक, त्रिलोकपुरी, नई दिल्ली
समुदाय आधारित उपचार की अवधारणा
समुदाय आधारित उपचार और रोकथाम उपागम एल्कोहल/स्वापक प्रभावित व्यक्तियों, पीडित परिवारों और संवेदनशील समूहों, जो पहुंच में कठिनाई, सामाजिक बंधनों और कई अन्य कारकों के कारण इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते, तक पहुंचने की मुख्य कार्यनीति है। इसका लाभ यह है कि यह उपचार घर में नजदीक उपलब्ध है और सेवाओं की प्रदायगी में सुनम्यता बनाई रखी जा सकती हैं। यह परिवार और समुदाय भागीदारी में सहायता करता है। समुदाय आधारित औषधि उपचार बाह्रय रोगी आधार पर प्रदान किया जाता है, और इसे ''अल्प थ्रैश होल्ड'' मार्ग के साथ न्यूनतम कर्मचारियों के साथ प्रबंधित किया जाता है। इलाज की सेवाएं समुदाय के नजदीक उपलब्ध है, जिससे समुदाय अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार इन सेवाओं तक आसानी से पहुंचता है।
उपचार के लक्ष्य इन सेवाओं के लक्ष्य हैं :
एनडीडीटीसी द्वारा दिल्ली में दो स्थानों पर समुदाय आधारित उपचार कार्यक्रमों को लागू कर दिया गया है।
क. सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोकपुरी, नई दिल्ली
(प्रभारी संकाय : डॉ. अंजू धवन; डॉ. रविंद राव; डॉ. जय सिंह यादव)
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पता : सामुदायिक औषध उपचार क्लिनिक एमआईटी रोटरी नेत्र अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान 2 ब्लॉक, त्रिलोकपुरी नई दिल्ली - 110 091
राष्ट्रीय मादक पदार्थ निर्भरता उपचार केन्द्र (एनडीडीटीसी) की समुदाय स्वापक सेवन उपचार सेवाओं के भाग के रूप में दिसंबर 2003 में 'सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोकपुरी, नई दिल्ली में शुरू किया गया। यह क्लिनिक सीमित जनशक्ति और संसाधनों की उपलब्धता के माध्यम से कम लागत, कम अवसीमा हेतु एक मॉडल विकसित करने हेतु शुरू किया गया। आरंभ में, आवश्यकता आकलन सर्वेक्षण किया गया। समुदाय में स्थानीय रूप से स्वीकार्य विधियों जैसे ड्रम अनाउंसमेंट्स, केबल टेलीविजन के द्वारा सूचना तथा स्थानीय नेताओं के साथ बैठकों के माध्यम से समुदाय में जागरूकता फैलाई गई। यह क्लिनिक त्रिलोकपुरी के बीच स्थित है और त्रिलोकपुरी तथा आसपास के क्षेत्रों के लोग यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। <![if !vml]><![endif]>
स्टाफ टीम सामुदायिक क्लिनिक क्वालीफाइड और प्रतिबद्ध बहु-विषय दल द्वारा चलाया जा रहा है। नैदानिक स्टाफ में संकाय प्रभारी (वर्तमान में डॉ. अंजू धवन), सीनियर रेजीडेंट और जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर (जेएमडी साइकिएट्री कर रहे हैं), दो स्टाफ नर्स तथा एक मेडिकल सोशल सर्विस ऑफिसर (एमएसएसओ) शामिल हैं। अनुषंगी स्टाफ में मेडिकल रिकॉर्ड भृत्य, एक अर्दली और एक गार्ड तथा सहायक स्टाफ होता है। डॉक्टर तथा एमएसएसओ सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, गुरुवार और शनिवार) को उपलब्ध होते हैं। अन्य स्टाफ सभी छ: कार्य दिवसों पर उपलब्ध होते हैं।
क्लिनिक में सेवाएं नैदानिक स्टाफ द्वारा क्लिनिक में आने वाले नए रोगियों का आकलन किया जाता है और तत्काल लघु अवधि और दीर्घअवधि लक्ष्यों और उद्देश्यों के साथ एक प्रबंधन योजना तैयार की जाती है। सह-रुग्णता चिकित्सा बीमारियों हेतु स्क्रीनिंग की जाती है। रोगियों में यदि आवश्यकता हो तो सह-रुग्णता शारीरिक बीमारी हेतु नजदीकी मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल में भेजा जाता है। अनुवर्ती दौरों पर रोगियों का नियमित आकलन किया जाता है और साथ ही साथ परिवार के सदस्यों का फीडबैक भी लिया जाता है। कुछ मामलों जिनमें भर्ती करने की आवश्यकता होती है, उन्हें भर्ती हेतु, एनडीडीटीसी भेजा जाता है।
एमएसएसओ को मनोसामाजिक उपायों में प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें संक्षिप्त उपाय, अभिप्रेरण वृद्धि, आवर्तन रोकथाम और पारिवारिक उपाय शामिल हैं। जब भी आवश्यक हो होम विजिट (घर पर जाना) भी किया जाता है। सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोकपुरी में स्टाफ नर्सें रोगियों को दवाइयां देती हैं, मनोसामाजिक पुनर्वास में सहायता करती हैं और रोगी तथा उनके परिवार के सदस्यों को सहयोग और देखभाल प्रदान करती हैं।
किन लोगों को सेवा प्रदान की जाती है/आवाह क्षेत्र सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोकपुरी, नई दिल्ली के आवाह क्षेत्र में 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र शामिल है। इन क्षेत्रों के रोगी और उनके परिवार के सदस्य सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोकपुरी में आकर स्वापक/एल्कोहल संबंधी समस्याओं के लिए सलाह और उपचार ले सकते हैं।
अभी तक किए गए कार्यकलाप
रोगियों के संबंध में जानकारी प्रत्येक माह सामुदायिक क्लिनिक, त्रिलोक पुरी, नई दिल्ली में औसतन लगभग 2000 रोग आते हैं। जिसमें लगभग 20 नए रोगी होते हैं और शेष रोगी अनुवर्ती मामले होते हैं। लगभग शेष 70 रोगी यहां पर आते हैं। अधिकांश अनुवर्ती मामले वाले रोगी ओपायड निर्भर होते हैं जिन्हें एगोनिस्ट अनुरक्षण उपचार दिया जा रहा होता है। इसे ओरल सब्स्टीट्यूशन ट्रीटमेंट – ओएसटी भी कहते हैं।) इस प्रयोजन हेतु कई फार्माकोलॉजीकल विकल्पों का प्रयोग किया जाता है जैसे बुप्रेनोरफिन, बुप्रेनोरफिन – नेलोक्जोन, स्लोरिलीज ओरल मार्फिन (एसआरओएम) इत्यादि। एंटागोनिस्ट अनुरक्षण (नैलट्रैक्जोन) पर भी कई ओपायड निर्भर रोगी भी होते हैं। एल्कोहल का नशा करने वाले रोगियों का भी मनोसामाजिक सेवाओं तथा दीर्घकालिक सेवाओं (जैसे डासल्फीराम) के उपयोग से उपचार किया जाता है।
उपलब्ध सेवाएं और सुविधाएं Ø एल्कोहल का नशा o बाह्रय रोगी के रूप में निर्विषीकरण (बेंजोडायजेपीन्स के द्वारा) o एनडीडीटीसी में आंतरिक रोगी के रूप में निर्विषीकरण (रेफरल) o दीर्घकालिक फार्माकोथेरेपी § निवारक चिकित्सा : डायसल्फीराम (नि:शुल्क दी जाती है) § लालसारोधी चिकित्सा : एकैमप्रोसेट (रोगी द्वारा खरीदी जाए), नैलट्रैक्जोन o मनोसामाजिक उपाय Ø ओपिओइड का नशा o बाह्रय रोगी के रूप में निर्विषीकरण o एनडीडीटीसी में आंतरिक रोग के रूप में निर्विषीकरण (रेफरल) o दीर्घकालिक फार्माकोथेरेपी (नि:शुल्क) § एगोनिस्ट अनुरक्षण : बुप्रेनोरफिन (प्रत्यक्ष प्रेक्षणाधीन चिकित्सा), मार्फिन एस आर (प्रत्यक्ष प्रेक्षणाधीन चिकित्सा), बुप्रेनोरफिन – नैलोजोन § एंटागोनिस्ट : नैल्ट्रैक्जीन (प्रत्यक्ष प्रेक्षणाधीन चिकित्सा) o मनोसामाजिक उपाय Ø निकोटिन का नशा o निकोटिन प्रतिस्थापन चिकित्सा : निकोटिन गम (रोगी द्वारा खरीदा जाए) o बुप्रोपियोन और नारट्रिप्टीलिन (रोगी द्वारा खरीदा जाए) o मनोसामाजिक उपाय Ø अन्य स्वापक (बेंजोडाइजेपाइन, इन्हेलेंट्स, कैनाबिस, आदि) o बाह्रय रोगी के रूप में निर्विषीकरण o एनडीडीटीसी में आंतरिक रोगी के रूप में निर्विषीकरण (रेफरल) o मनोसामाजिक उपाय Ø एचआईवी/एड्स o परीक्षण पूर्व और पश्चात् काउंसलिंग o परीक्षण (एचआईवी, सीडी4, इत्यादि) हेतु नजदीकी केंद्र में रेफरल और एंटीरेट्रोवायरल मेडिकेशन (एआरटी) o हानि कम करने, कंडोम का उपयोग करने और अन्य सुरक्षित पद्धतियों पर ध्यान केंद्रित करने के द्वारा परामर्श देना व्यावहारिक उपाय Ø गैर-फार्माकोलॉजिकल उपाय o आशा पैदा करना o मनोशिक्षा o अभिप्रेरण वृद्धि चिकित्सा o आवर्तन रोकथाम चिकित्सा o वैकल्पिक चिकित्साएं : योग Ø पारिवारिक उपाय o मनोशिक्षा o परिवार की काउंसलिंग Ø सामाजिक / सामुदायिक उपाय o व्यवसायगत पुनर्वास सुविधाएं। कई बार जरुरतमंद रोगियों को माइक्रो-केडिट के रूप में लघु वित्तीय सहायता देने हेतु भी प्रयास किए जाते हैं। o स्कूल आधारित जागरुकता o एनजीओ, स्थानीय प्राधिकारियों (बैंक, पोस्ट ऑफिस इत्यादि), सामुदायिक नेताओं आदि के साथ बातचीत करना Ø अन्य कार्यकलाप o सरकारी डिस्पेंसरियों के डॉक्टरों को प्रशिक्षण देना
ख. समुदाय ओपिओइड प्रतिस्थापन चिकित्सा क्लिनिक, सुंदर नगरी, नई दिल्ली
(प्रभारी संकाय : डॉ. सोनाली झांजी; डॉ. रविंद्र राव)
पता: सामुदायिक औषध उपचार क्लिनिक सामुदायिक केंद्र एफ2 ब्लॉक, सुंदर नगरी नई दिल्ली - 110093
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समुदाय आधारित उपचार कार्यक्रम के भाग के रूप में एनडीडीटीसी सुंदर नगरी, नई दिल्ली में एक मोबाइल क्लिनिक भी चला रहा है। इस क्षेत्र में अधिकांशत: निचले सामाजिक – आर्थिक तबके के लोग रहते हैं। यह क्लिनिक वर्तमान में दिल्ली शहरी आवास सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) द्वारा प्रबंधित समुदाय विवाह हॉल के परिसर में स्थित है।
इस क्लिनिक की एक अनोखी विशेषता यह कि यह एनडीडीटीसी द्वारा चलाए जाने वाले मेथाडोन क्लिनिक के साथ और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन द्वारा समर्थित इंजेक्शन द्वारा नशे का उपयोग करने वाले व्यक्तियों पर लक्षित हस्तक्षेपों का कार्यान्वयन करने के लिए जिम्मेदार गैर सरकारी संगठन द्वारा चलाए जा रहे ड्रॉप इन सेंटर के साथ स्थित है, जिसे दिल्ली राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा चलाया जाता है। वर्तमान में इस क्लिनिक द्वारा केवल सुंदर नगरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सेवाएं प्रस्तावित की जाती हैं।
इस क्लिनिक का प्रबंधन डॉक्टर (सीनियर रेज़ीडेंट), एक नर्स और एक एमएसएसओ के साथ सहायक कर्मचारियों द्वारा किया जाता है और एक प्रभारी संकाय हैं। डॉ. और एमएसएसओ तीन दिन (सोमवार, बुधवार और शुक्रवार) उपलब्ध है, जबकि अन्य कर्मचारी रविवार के अलावा सभी कार्य दिवसों पर उपलब्ध होते हैं।
यहां इलाज की विचार धारा और विधि त्रिलोकपुरी समुदाय क्लिनिक के समान है, सिवाए इस तथ्य के की यहां केवल ओपिओइड पर निर्भर व्यक्तियों को दीर्घ अवधि तक एगोनिस्ट रखरखाव के इलाज की जरूरत होती है जो इस क्लिनिक में दी जाती है। डॉ. एक शुरूआती आकलन करते हैं और फिर दीर्घ अवधि तक एगोनिस्ट रखरखाव इलाज की आवश्यकता वाले रोगियों को समुदाय आधारित सेवाएं दी जाती हैं। अन्य रोगियों को एनडीडीटीसी, एम्स में आगे इलाज के लिए भेजा जाता है। रोगियों को ''प्रतिदिन अवलोकन इलाज'' आधार पर ब्यूप्रिनोफ्रिन दी जाती है।
अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की आवश्यकता वाले रोगियों को ऐसी सामान्य चिकित्सा देखभाल के रूप में, एचआईवी परीक्षण, एंटी-रेट्रोवायरल उपचार, तपेदिक के निदान और उपचार आदि के लिए आसपास के क्षेत्र में स्थित निकटतम स्वास्थ्य सुविधाओं में भेजा जाता है। इसी तरह, परिसर में कार्यरत गैर सरकारी संगठन भी सुनिश्चित करता है कि आवश्यकता होने पर नुकसान में कमी लाने वाली सेवाओं का प्रावधान प्रदान किया जाए।
क्लिनिक में अब तक 250 से अधिक रोगियों को पंजीकृत किया गया है, और लगभग 50 रोगी बुप्रीनोर्फिन खुराक पाने के लिए प्रतिदिन क्लिनिक में आते हैं।
मीथेडान रखरखाव उपचार (एमएमटी) क्लिनिक
(संकाय प्रभारी : डॉ. अंजू धवन; डॉ. अतुल अम्बेकर; डॉ. रविंद्र राव)
सुन्दर नगरी समुदाय, नई दिल्ली में हाल ही में की गई अन्य पहल है मीथेडान अनुरक्षण उपचार (एमएमटी) केंद्र। यह भारत में “मीथेडान अनुरक्षण उपचार : एक बहु - स्थलीय व्यवहार्यता और प्रभाविता अध्ययन” परियोजना का भाग है। भारत में यह उपचार सेवा 2012 में पांच सरकारी अस्पतालों (एनडीडीटीसी), एम्स पंजाब में सिविल अस्पताल, कपूरथला, सिविल अस्पताल, भटिंडा, मुंबई में किंग एडवर्ड मैमोरियल (केईएम) अस्पताल और रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आरआईएमएस), इम्फाल में यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) के सहयोग से शुरू की गई थी। इस बहु स्थल प्रयास का समन्वय नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (एनडीडीटीसी) द्वारा किया जा रहा है। एमएमटी ओपिआइड का नशा करने वाले रोगियों के उपचार के लिए अधिक विकल्प देता है क्योंकि इस चिकित्सा का विश्व भर में प्रभावी उपचार और एचआईवी जोखिम कम करने वाले उपाय के रूप में उपयोग किया जाता है। इस पहल के माध्यम से देश में मीथेडोन अनुरक्षण उपचार को बढ़ाने हेतु अपेक्षित पद्धतियों को प्रलेखित किया जाएगा।
सुंदरी नगरी में अगस्त 2012 से एमएमटी क्लिनिक कार्यरत है। यह क्लिनिक दिल्ली शहरी आवास सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) द्वारा प्रबंधित एक समुदाय विवाह हॉल के परिसर में स्थित है। यहां रविवार के अलावा सप्ताह में 6 दिन एक डॉक्टर और एक परामर्श दाता उपलब्ध होते हैं। दूसरी ओर सप्ताह के सभी दिन रविवार सहित क्लिनिक में दवाएं देने के लिए स्टाफ नर्स उपलब्ध होती हैं। अन्य सहायक कर्मचारी सप्ताह के दिनों में उपलब्ध होते हैं, जबकि क्लिनिक के परिसर में एक गार्ड हर समय तैनात होता है।
ओपिआइड पर आश्रित रोगी जिन्हें दीर्घ अवधि एगोनिस्ट उपचार की जरूरत होती है उन्हें इस क्लिनिक में दवा दी जाती है। डॉक्टर द्वारा रोगियों के आकलन के बाद उनको मेथाडोन की उपयुक्तता के अनुसार मेथाडोन दी जाती है। मेथाडोन नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा तरल के रूप में दी जाती है। रोगियों को अपनी मेथाडोन की खुराक लेने के लिए प्रतिदिन क्लिनिक आना होता है। परामर्श दाता मनो सामाजिक आकलन, प्रेरणा बढ़ाने, परिवार के हस्तक्षेप, दोबारा शुरू करने की रोकथाम, मनोशिक्षा और आवश्यक होने पर घर पर जाकर सहायता प्रदान करते हैं। इस क्लिनिक की एक अनोखी विशेषता यह है कि इसमें इंजेक्शन से नशे की दवा लेने वाले लोगों के साथ कार्यरत एक गैर सरकारी संगठन के साथ सक्रिय सहयोग किया जाता है जो उन्हें आउटरीच सेवाएं प्रदान करता है। प्रत्यक्ष सेवाओं के अलावा एमएमटी क्लिनिक में आसपास की अन्य स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को रेफरल सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
अगस्त 2012 में अपने आरंभ से क्लिनिक में 250 से अधिक रोगियों का पंजीकरण किया गया है।
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