अनुसंधान नवाचार
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Patient (left) with
Squatting Prosthesis
आविष्कारक: डॉ एस के वर्मा एवं श्री एस एह मुल्ला
भारत में और कुछ एशियाई देशों में उकडूँ बैठकर दिनचर्या की जाती है | यदि किसी व्यक्ति की टांग घुटने से ऊपर से कट जाये तो उसे कृत्रिम अंग लगाने के बाद इस प्रकार बैठना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि ज़्यादातर कृत्रिम अंग यह सुविधा प्रदान नहीं कर सकते | इस की वजह से मरीजों को ज़मीन पर होने वाले कामों को ऊपर कुर्सी पर बैठ के अथवा खड़े हो कर काम करने पर मजबूर होना पड़ता है | इस आविष्कार के साथ यह संभव हो गया है कि मरीज़ ज़मीन पर बैठने वाले काम ज़मीन पर बैठ कर ही कर सके कियोंकि घुटने को सही मोड़ने और घुमाने के लिए कृत्रिम अंग में सुविधा बनाई गयी है |
यह दुनिया का सबसे पहला डिजाईन है | अधिक जानकारी के लिए क्रप्या यहाँ दबाएँ
एकाधिक अक्षीय ओर्थोटिक हिप ज्वाइंट
अविष्कारक: डा उ सिंघ एवं श्री एस एस वासन
जो मरीज़ कुल्हे के ऊपर तक का कलिपेर इस्तेमाल करते हैं उनकी सुविधा के लिए यह अविष्कार लाभदायक है क्योंकि यह उनको उकडू बैठने में मदद करता है |
यह दुनिया का सबसे पहला डिजाईन है | अधिक जानकारी के लिए क्रप्या यहाँ दबाएँ
गिरे हुए पंजे को उठाने वाला स्प्रिंग उपकरण
अविष्कार किया: डॉ एस के वर्मा और अन्य |
यह उपकरण पहले उपलब्ध भारी उपकरणों को जो कि धातु से बनाए जाते थे, उनको ख़तम कर हलके से ओर्थोसिस जो कि किसी भी जूते में फिट हो सकता है, वैसा बनाया गया है |
गर्दन का घुमाव मापने का यंत्र
अविष्कारक: श्री जे बी जोशी और श्री एस एस वासन
यह उपकरण लोलक के डिजाईन का नवाकर जो की गर्दन के किसी भी तरफ के घुमाव को माप सकता है |
इस उपकरण की अंतर राष्ट्रिय सम्मलेन में काफी सराहना मिली |
इलिओस्तोमि बैग
अविष्कार किया: डॉ एस के वर्मा और अन्य |
इलिओस्तोमि किये हुए मरीजों के मल को एककृत करने के लिए यह स्वदेशी उपकरण है |
दूसरी टांग से चलने वाला कृत्रिम अंग का घुटना
अविष्कारक: आई आई टी, दिल्ली (डा स्नेह आनंद) और अ भा आ सं, दिल्ली (डा उ सिंघ)और अन्य टीम मेम्बरान
It was a collaborative work with IIT Delhi. प्रोटोटाइप डॉ. दीपक जोशी की पीएचडी थीसिस परियोजना के तहत विकसित की है. पेटेंट दायर स्वीकृत हो चूका है | अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ दबाएँ
अविष्कार किया: डॉ एस के वर्मा और अन्य |
यह उपकरण पहले उपलब्ध भारी उपकरणों को जो कि धातु से बनाए जाते थे, उनको ख़तम कर हलके से ओर्थोसिस जो कि किसी भी जूते में फिट हो सकता है, वैसा बनाया गया है |
गर्दन का घुमाव मापने का यंत्र
अविष्कारक: श्री जे बी जोशी और श्री एस एस वासन
यह उपकरण लोलक के डिजाईन का नवाकर जो की गर्दन के किसी भी तरफ के घुमाव को माप सकता है |
इस उपकरण की अंतर राष्ट्रिय सम्मलेन में काफी सराहना मिली |
इलिओस्तोमि बैग
अविष्कार किया: डॉ एस के वर्मा और अन्य |
इलिओस्तोमि किये हुए मरीजों के मल को एककृत करने के लिए यह स्वदेशी उपकरण है |
दूसरी टांग से चलने वाला कृत्रिम अंग का घुटना
अविष्कारक: आई आई टी, दिल्ली (डा स्नेह आनंद) और अ भा आ सं, दिल्ली (डा उ सिंघ)और अन्य टीम मेम्बरान
It was a collaborative work with IIT Delhi. प्रोटोटाइप डॉ. दीपक जोशी की पीएचडी थीसिस परियोजना के तहत विकसित की है. पेटेंट दायर स्वीकृत हो चूका है | अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ दबाएँ
वेब डिजाइन और सामग्री प्रावधान: डा उ सिंघ