स्टेन्ट की जानकारी
- Last Updated On :
स्टेन्ट की जानकारी
प्र.1: कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी)किसे कहते हैं?
क: कोरोनरी धमनी रोग अत्यंत आम किस्म का ह्दयरोग है। यह रोग ह्दय की मांसपेशियों में रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां (कोरोनरी धमनियां) के सख्त और संकरी होने पर होता है। यह भीतरी दीवारों पर कोलोस्ट्रोल तथा प्लेक नामक अन्य सामग्री जमने पर ऐसा होता है। इसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहते है। इससे छाती में दर्द (एन्जायना) हो सकता है या दिल का दौरा पड़ सकता है। अधिकतर दिल के दौरे तब पड़ते हैं जब रक्त के थक्के अचानक ह्दय की रक्त आपूर्ति बंद कर देते हैं, जिससे ह्दय की स्थायी हानि होती हैं। समय के साथ-साथ, सीएडी ह्दय की मांसपेशियां कमज़ोर कर देती हैं और इससे ह्दयपात और एरिथमियां हो सकते हैं।
प्र.2: सीएडी की शिनाख्त़ प्रक्रियाएं क्या हैं?
क: सीएडी की शिनाख्त़ करने के लिए ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी, कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी तथा कार्डिएक सिंगल फोटोन एमिशन द्वारा परिकलित टोमोग्राफी (एसपीइसीटी), और कोरोनरी एंजियोग्राफी जैसी पद्धतियां अपनाई जाती हैं।
प्र.3: सीएडी का उपचार कैसे किया जाता है?
क: (i) चिकित्सीय प्रबंधन
(ii) परक्युटेनियस कोरोनरी हस्तक्षेप-एंजियोप्लास्टी/स्टेंटिंग
(iii) सीएबीजी(बायपास सर्जरी)
कोरोनरी धमनियों की क्षति की तीव्रता और बायें वेंट्रिक्युलर (एलवी) कार्य की व्याप्ति के आधार पर चिकित्सक चिकित्सीय प्रबंधन थवा एंजियोप्लास्टी अथवा सीएबीजी का मशविरा देते हैं।
प्र.4: परक्युटेनियस कोरोनरी हस्तक्षेपके विभिन्न प्रकार क्या हैं?
क: (i) बलुनिंग (पीओबीए)
(ii) बेयर मेटल स्टेंट (बीएमएस) आरोपण
(iii) ड्रग एल्युटिंग स्टेंट (डीइएस) आरोपण
आजकल, लगभग सभी एंजियोप्लास्टी में डीईएस आरोपण किया जाता है।
प्र.5: कोरोनरी एंजियोग्राम क्या होता है?
क: सीएडी की व्याप्ति एवं तीव्रता जानने हेतु सीएडी के निश्चित निदान और उसके सही उपचार के लिए कार्डिएक कैथ लैब में कोरोनरी धमनियों की इमेजिंग की जाती है। इसे कोरोनरी एंजियोग्राफी कहते हैं।
प्र.6: एंजियोप्लास्टी किसे कहते हैं?
क: एंजियोप्लास्टी वह प्रक्रिया है जिसमें कोरोनरी धमनियों के अवरोधित क्षेत्र खोलने के लिए गुब्बारे का इस्तेमाल किया जाता है। सीएडी के कुछ लक्षणों को कम करने के उद्देश्य से ऐसा किया जाता है। दिल का दौरा पड़ने पर हृदय को होनेवाली क्षति से बचाने के लिए भी ऐसा किया जाता है (प्राथमिक एंजियोप्लास्टी/स्टेंटिंग).
प्र.7: स्टेंट क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
क: कोरोनरी धमनियों का अवरोध हटाने के लिए स्टेंट इस्तेमाल किए जाते है। स्टेंट एक छोटा-सा मेटल-मेश ट्यूब होता है जिसे कोरोनरी धमनी का अवरोधित क्षेत्र खुला रखने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, ड्रग एल्युटिंग स्टेंट, धमनियें में दवाई डालते हैं। स्टेंटिंग प्रक्रिया के बाद धमनी में से गुब्बारा निकाल दिया जाता है, लेकिन कोरोनरी धमनी में स्टेंट रखा रहता है।
प्र.8: स्टेंट के विभिन्न घटक कौन-से हैं?
क: ड्रग एल्युटिंग स्टेंट निम्न से बनते हैं
i) स्टेंट प्लॅटफॉर्म (स्टेनलेस स्टील, कोबाल्ट क्रोमियम, प्लॅटिनम क्रोमियम, इत्यादि) और बलून एक्सपांडेबल डिलीवरी प्रणाली
ii) औषधीय एजेंट (एवरोलिमस, सिरोलिमस, इत्यादि)
iii) दवा वाहक (उदाहरण पॉलिमर- नॉनबायोडिग्रेडेबल/बायोडिग्रेडेबल)
विभिन्न व्यास एवं लम्बाई के स्टेंट उपलब्ध होते हैं। हमारे अस्पताल में,अनेक उत्पादकों के स्टेंट उपलब्ध हैं। एंजियोप्लास्टी के समय, उपचारकर्ता डॉक्टर, मरीज़ को उसकी बीमारी के अनुसार, कौन-सा स्टेंट उपयुक्त होगा, इसकी जानकारी देते हैं। हमारे वेबसाईट पर, विभिन्न प्रकार के स्टेंट और उनकी कीमत की जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
प्र.9: प्राथमिक एंजियोप्लास्टी/स्टेंटिंग और उसकी लागत बताएँ।
क: दिल का दौरा पड़ने पर प्राथमिक एंजियोप्लास्टी/स्टेंटिंग की जाती है जो एक आपातकालीन प्रक्रिया है। हमारे अस्पताल में यह प्रक्रिया नि:शुल्क किया जाता है।
प्र.10: मैं स्टेंटिंगा की तैयारी कैसे करूं?
क: आपके डॉक्टर आपकी सम्पूर्ण चिकित्सा जांच करेंगे और आपको विस्तृत निर्देश देंगे। अस्पताल में आने पर अनेक प्रकार के रूटीन परीक्षण किए जाएंगे जैसे कि एक्स-रे, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (इकेजी), इकोकार्डियोग्राफी अथवा रक्त जांच इत्यादि।
प्र.11: मुझे सरकार से लाभ कैसे प्राप्त होगा?
क: निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार आप प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभान्वित हो सकते हैं।
प्र.12: मुझे कब तक स्टेंट रखना होगा?
क: कोरोनरी धमनी को दीर्घकालीन साबुत रखने के लिए उसमें स्टेंट लगाए जाते हैं।
प्र.13: क्या मुझे स्टेंट की अनुभूति होगी?
क: नहीं, आपको स्टेंट की अनुभूति नहीं होगी।
प्र.14: क्या स्टेंट हिल सकता है?
क: स्टेंट खोलकर कोरोनरी धमनी की भीतरी दीवार पर लगाने के पश्चात वो वहां स्थायी तौर पर रहेगा।
प्र.15: कोरोनरी स्टेंट कैसे काम करते हैं?
क: कोरोनरी स्टेंट छोटे, वायर मेश ट्यूब होते हैं जो अवरोधित धमनियों को चौड़ा करने और ह्दय में पर्याप्त रक्त प्रवाह पुन:स्थापित करने में सहायता करते हैं।
प्र.16: मैं कितने समय में कार्य पर लौट सकता हूँ?
क: अधिकतर लोग सफल प्रक्रिया के कुछ ही दिनों बाद काम पर लौटते हैं।
प्र.17: मैं अपनी नियमित गतिविधियां पुन: कब शुरू कर सकता/ती हूँ?
क: आपके डॉक्टर आपको बताएंगे कि नियमित गतिविधियां पुन: शुरू करना कब सही होगा। अधिकतर मरीज़, सफल एंजियोप्लास्टी के एक सप्ताह बाद अपना सामान्य रूटीन शुरू कर पाते हैं।
प्र.18: क्या मैं स्टेंट लगवाने के बाद खेल सकता हूँ?
क: आपके डॉक्टर आपको बताएंगे कि आपके लिए कौन-सी शारीरिक गतिविधियां सही हैं और आप कब खेल सकते हैं।
प्र.19: क्या मेरे स्टेंट से मेटल डिटेक्टर ट्रिगर होंगे?
क: नहीं, आपके कोरोनरी स्टेंट मेटल डिटेक्टर अलार्म ट्रिगर नहीं करेंगे और आप सुरक्षित तौर पर उनसे निकल सकते हैं।
प्र.20: एंजियोप्लास्टी/स्टेंटिंग के पश्चात मुझे कितने समय तक दवाईयां लेनी होंगी?
क: स्टेंट थ्राम्बोसिस (स्टेंट आरोपण के स्थान पर कोरोनरी धमनी में खून का थक्का) का जोखिम कम करने के लिए यह अत्यंत महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लें। यदि आप स्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो भी आप ये दवाईयां, विशेषकर ब्लड थिनर लेना तब बंद न करें जब तक कि आपके ह्दयरोगविशेषज्ञ नहीं कहते। यदि आपके ह्दय में ड्रग-इल्युटिंग स्टेंट लगाया गया है, तो आपको संभवत: एक वर्ष या उससे अधिक समय तक दवाईयां लेनी होंगी। अपने डॉक्टर के निर्देशों का अक्षरश: पालन करें।
प्र.21: क्या मुझे छाती में दर्द जैसे कोरोनरी धमनी रोग के लक्षणों का पुन: अनुभव होगा?
क: संभव है कि आपको पुन: इन लक्षणों का अनुभव होगा, जिसका कारण उपचारित कोरोनरी धमनी में नया ब्लॉकेज या अन्य स्थान पर नया ब्लॉकेज हो सकता है। यदि आपको ऐसा लगे, तो अपने डॉक्टर को तुरंत सूचित करें।
प्र.22: मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी धमनी पुन: संकरी हो गई है?
क: हालांकि रेस्टेनोसिस घटाने के लिए स्टेंट इस्तेमाल किए जाते हैं, फिर भी यह संभव है कि आपकी धमनी पुन:संकरी हो जाएँ। यदि ऐसा होता है, तो आपको वही लक्षण दुबारा अनुभव होंगे जो स्टेंट प्रक्रिया के पहले आपको महसूस हुए थे। ये लक्षण छाती में दर्द अथवा सांस लेने में कठिनाई जैसे हो सकते हैं, विशेषत: शारीरिक गतिविधि के दौरान। यदि आपको दर्द हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर को सूचित करें।
प्र.23: मैं लक्षणों की पुनरावृत्ति कैसे रोक सकता हूँ?
क: हालांकि लक्षणों की पुनरावृत्ति रोकने का कोई तरीका नहीं है, फिर भी आप व्यायाम, धूम्रपान न करके और स्वस्थ पोषण द्वारा इसका खतरा कम कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से पूछें कि आपको अपनी जीवनशैली में कौन-से बदलाव लाने होंगे।
प्र.24: यदि मुझे फिर भी दर्द हुआ तो?
क: यदि आपको दर्द हो रहा है, तो तुरंत हमारे अस्पताल के आपात कक्ष में आएँ।