अस्पताल प्रशासन
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अस्पताल प्रशासन विभाग, एम्स भारत के उन प्रमुख विभागों में से एक है जहां अस्पताल प्रशासन में स्नातकोत्तर डिग्री आरंभ की गई है। यह देश में अस्पताल प्रशासन और प्रबंधन के विज्ञान और कला में स्वास्थ्य प्रबंधकों को प्रशिक्षण देने वाला सबसे पुराना संस्थान है। विभाग में देश में वर्ष 1962 के दौरान अस्पताल प्रशासन की विशेषज्ञता आरंभ की गई और तब से इसे अस्पताल प्रशासन और प्रबंधन के क्षेत्र में अध्यापन, प्रशिक्षण और अनुसंधान हेतु एक उत्कृष्टता केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है।
इतिहास और प्रारंभ
Iवर्ष 1961 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अस्पताल प्रशासन क्षेत्र के परामर्शदाता, डॉ. जे आर मैक गिबोनी ने चिकित्सा विज्ञान के अन्य व्यापक विशेषज्ञता क्षेत्रों के समान एक पृथक विशेषज्ञता के रूप में अस्पताल प्रशासन आरंभ करने की सिफारिश की। वर्ष 1961-62 में इस प्रयास के साथ अस्पताल प्रशासन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए एक व्यापक कार्यक्रम और पाठ्यचर्या का प्रारूप तैयार किया गया था। एक स्नातकोत्तर छात्र, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया से एक भारतीय डॉक्टर को एम्स में अपनी प्रशासन रेजीडेंसी प्रदान करने के लिए दाखिल किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के छात्र ने अपना शोध प्रबंध और अस्पताल प्रशासन में एमडी 1962-63 में पूरा किया। अस्पताल प्रशासन के इस पाठ्यक्रम को 1963-64 में औपचारिक रूप से अनुमोदन दिया गया और ब्रि. (डॉ.) गेंड के नेतृत्व में 1966 में अस्पताल प्रशासन का एक सुसज्जित और पूर्ण विभाग आरंभ किया गया, जो भारत में पहली बार आए चिकित्सा अधीक्षक बने। वर्तमान एमएचए (अस्पताल प्रशासन में स्नातकोत्तर) पाठ्यक्रम फरवरी 1966 में आरंभ किया गया और तभी से इसे भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा एक विशिष्ट स्नातकोत्तर विषय के रूप में मान्यता दी गई है।
संस्थान में योगदान
विभाग एम्स के अस्पताल सेवा प्रभाग को चलाने और इसकी कार्यशैली में एक विशिष्ट स्थान रखता है। विभाग के सभी संकाय सदस्य संस्थान के विभिन्न रोगी देखभाल केन्द्रों में चिकित्सा अधीक्षक स्तर पर अस्पताल प्रशासन के स्वतंत्र प्रभार संभालते हैं। विभाग द्वारा अस्पताल प्रशासन और प्रबंधकीय विकास के विभिन्न पक्षों पर अस्पताल के कर्मचारियों की सभी श्रेणियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का नियमित आयोजन किया जाता है। इसके अलावा विभाग द्वारा 24 घण्टे प्रशासनिक नियंत्रण कक्ष चलाया जाता है जो एक अनोखी संकल्पना है और यह कार्यालय समय के बाद चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के विस्तार के रूप में कार्य करता है।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय योगदान
अस्पताल प्रबंधन शिक्षा
विभाग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर अस्पताल प्रशासन में क्षमता निर्माण और मानव संसाधन विकास के लिए सश्ज्ञक्त रूप से वचनबद्ध और सक्रिय रूप से शामिल है। विभाग द्वारा अस्पताल प्रशासन सहित देश के विभिन्न सार्वजनिक और निजी संस्थानों को स्नातकोत्तर कार्यक्रम सहित अस्पताल प्रशासन के क्षेत्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ करने के लिए पाठ्यक्रमों और पाठ्यचर्याओं के विकास हेतु दिशानिर्देश प्रदान किए जाते हैं। भारत और विदेश के अनेक संस्थानों और संगठनों के लिए आवश्यकता आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। डब्ल्यूएचओ अध्येताओं को विभाग में अस्पताल प्रबंधन पर अल्पावधि और दीर्घावधि प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। एक पूर्ण सज्जित द्विवार्षिक स्वास्थ्य देखभाल कार्यकारी प्रबंधन विकास कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ अस्पताल प्रशासकों और भारत तथा विदेश के शीर्ष स्तरीय अस्पताल प्रबंधन कार्मिकों द्वारा किया जाता है।
परामर्श सेवाएं
विभाग द्वारा विविध क्षेत्रों जैसे नई स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, प्रबंधन और आयोजना, स्वास्थ्य देखभाल पंजीकरण आयोजना और नवाचार, स्वास्थ्य देखभाल मानव संसाधन प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, अस्पताल उपकरण आयोजना और प्रबंधन तथा स्वास्थ्य देखभाल निधिकरण और बीमा उत्पाद विकास पर देशव्यापी परामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यह अस्पताल की विभिन्न श्रेणियों सहित बीआईएस के लिए मानकों के विकास में संलग्न है और यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल नीति दिशानिर्देशों को तैयार करने के लिए एक विचार समूह के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा यह दक्षिण पूर्वी एशियाई क्षेत्र के अनेक पड़ोसी देशों को क्षमता निर्माण तथा इस क्षेत्र में नई स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के विकास के लिए भी परामर्श प्रदान करता है।
अस्पताल प्रशासन स्नातकोत्तर - दो वर्षीय कार्यक्रम
विभाग द्वारा अस्पताल प्रशासन में दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चलाया जाता है जो प्रायोजित तथा खुली श्रेणी के प्रत्याशियों को अस्पताल प्रशासन में स्नातकोत्त्ार (एमएचए) की डिग्री प्रदान करता है। रेसीडेंट प्रशासक द्वारा ड्यूटी अधिकारियों के रूप में 24 घण्टे नियंत्रण कक्ष चलाया जाता है और ये अस्पताल की विभिन्न गतिविधियों का समन्वय करते हैं। ये संकाय सदस्यों को अस्पताल की विभिन्न गतिविधियों के प्रबंधन में सहायता देते हैं तथा इसके बदले में अस्पताल प्रबंधन का बहु मूल्य अनुभव अर्जित करते हैं। अस्पताल प्रशासन में पीएच. डी कार्यक्रम भी चलाया जाता है। हमारे पुराने सदस्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के विभिन्न संगठनों में उच्च प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं। इनमें से अनेक कॉर्पोरेट क्षेत्र के अस्पताल प्रशासन में स्वतंत्र परामर्शदाताओं के रूप में भी सेवारत हैं।
वर्ष में दो बार एक प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से एमएचए कार्यक्रम में प्रवेश दिया जाता है। अगस्त और जनवरी माहों में क्रमश: दिस्म्बर और जुलाई में आरंभ होने वाले सत्रों के लिए राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया जाता है। प्रवेश की प्रक्रिया के विवरण, फॉर्म आदि देखने के लिए कृपया www.aiims.edu or www.aiims.ac.in.
दीर्घावधि और अल्पावधि प्रशिक्षण
निम्नलिखित श्रेणियों के तहत विभिन्न दीर्घावधि और अल्पावधि प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं :
- अस्पताल प्रशासन में पीएच.डी
- छ: माह तक की अवधि के लिए अल्पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम
- दीर्घावधि प्रशिक्षण : 6 माह से 2 वर्ष
- विदेशी नागरिकों और डब्ल्यूएचओ अध्येताओं को प्रशिक्षण
- चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम जारी रखना
- स्वास्थ्य देखभाल कार्यपालक प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एचएक्स एचडीपी)
प्रशिक्षण के विवरण, शुल्क, अनुसूची आदि संस्थान के शैक्षिक अनुभाग या संस्थान की वेबसाइट www.aiims.ac.in or www.aiims.edu.से प्राप्त किए जा सकते हैं।
शिक्षा विज्ञान
ञान और कौशलों को प्रदान करने, देने, इसके प्रोत्साहन और संरक्षण हेतु प्रायोगिक और शिक्षाप्रद अधिगम विधियों का एक अनोखा और गतिशील मिश्रण है। समेकित अधिगम विधियों की संकल्पना में व्याख्यान, प्रकरण विश्लेषण, सिमुलेशन अभ्यास, सिंडीकेट, समूह चर्चा और प्रायोगिक परियोजना कार्य हैं, जिन्हें संकल्पनात्मक, वैश्लेषिक तथा निर्णय लेने के कौशल विकसित करने में इस्तेमाल किया जाता है। रेसीडेंट डॉक्टरों को संस्थान की विभिन्न गतिविधियों में प्रचालित निर्णय लेने की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने का बढ़ावा दिया जाता है। यह उन्हें अस्पताल तथा स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के वास्तविक जीवन प्रबंधन में स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए तैयार करती है। रेसीडेंट का निष्पादन प्रत्यक्ष अवलोकन और संकाय फीडबैक प्रणाली के माध्यम से निरंतर आकलित किया जाता है।
अस्पताल प्रशासन के क्षेत्र में प्रशिक्षण, अध्यापन और अनुसंधान में निरंतर गुणवत्ता सुधार
अस्पताल प्रशासन के अध्यापन और प्रशिक्षण में उत्कृष्टता की खोज में विभाग ने आदर्श पाठ्यचर्यों के विकास हेतु एक प्रयास किए हैं ताकि बदलती मांगों और इस क्षेत्र की कौशल आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। गुणवत्ता मानक लाने की दिशा में प्रयास जारी हैं और
इस दिशा में एक अग्रगण्य कदम के रूप में विभाग अपनी अध्यापन, प्रशिक्षण, अनुसंधान और रोगी देखभाल प्रबंधन प्रक्रियाओं का प्रलेखन आईएसओ 9001:2000 गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली प्रमाणन पाने वाला देश का पहला विभाग है। प्रेरणा और नेतृत्व द्वारा स्वास्थ्य देखभाल प्रक्रियाओं में सुधार लाने तथा राष्ट्र और दक्षिण पूर्वी एशियाई क्षेत्र में अस्पताल प्रशासन शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयास जारी हैं।
स्थान और मूल संरचना
विभाग एम्स के निजी वॉर्ड ब्लॉक के भूतल पर चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के बगल में स्थित है। यहां विभागीय पुस्तकालय, सुसज्जित और आधुनिकतम दो बोर्ड कक्ष तथा दूर शिक्षा और दूर सहसंबंध का प्रावधान मौजूद है। नवीनतम आईटी सुविधाएं सभी संकाय सदस्यों और रेसीडेंट डॉक्टरों को उनके अध्यापन और अधिगम में सहायता देने के लिए प्रदान की जाती है। ये सुविधाएं एम्स की केन्द्रीय प्रशिक्षण मूल संरचना के अतिरिक्त हैं, जो हैं केन्द्रीय बोर्ड कक्ष, 24 घण्टे खुला रहने वाला पुस्तकालय, व्याख्यान कक्ष, केन्द्रीय आईटी और कम्प्यूटर सुविधा तथा चिकित्सा शिक्षा और प्रौद्योगिकी केन्द्र।